भरोसे का ताज माँग रहा हूँ,
मुझे मालूम है, सबसे कीमती जाम माँग रहा हूँ।
इस मोड़ पर बस इतना ही कह सकता हूँ मेरे दोस्त,
तुम्हारे सारे कत्ल की जंग सिर्फ़ मेरे अंदर होगी।
रविवार, 20 जुलाई 2025
य़ु ही - ३
गुरुवार, 17 जुलाई 2025
प्रेम एक इबादत है
गुज़ारिश
हर उस शख़्स से...
हर उस शख़्स से एक गुज़ारिश है,
जिसका प्रेम अधूरा, जिसकी चाहत ख़ामोश है।
कभी पल भर ठहरकर सोचना,
क्या प्रेम वाकई थम जाता है
जब वो मुकम्मल नहीं हो पाता?
अगर प्रयास न सफल हुए तो क्या,
क्या आत्मा को यूँ सौंप देना ज़रूरी था?
जब नई शुरुआत ग्लानि से हो,
तो रिश्ते की नींव ही कमज़ोर होती है।
आपके और उसके बीच कोई और भी है,
जो चुपचाप, पूरे मन से प्रयासरत है।
क्या उसका समर्पण प्रेम नहीं कहलाएगा?
क्या उसका मौन कुछ नहीं बतलाएगा?
अगर प्रेम सच्चा है,
तो डर कैसा किसी और के समर्पण से?
कहीं मोह को तो नहीं धारण कर लिया
या प्रेम में भटक रहे हो चुपचाप?
मोह आता है, जाता है
प्रेम ठहरकर तप बन जाता जा
मोह में आकर्षण,प्रेम में समर्पण।
प्रेम में करुणा है
प्रेम में शांति है
वो दरवाज़ा नहीं जो बंद हो जाए,
वो दीप है
जो औरों की राह भी दिखाए ।
प्रेम ही परम सत्य है,
प्रेम ही अनंत है,
प्रेम ही ब्रह्म है,
प्रेम ही बुनियाद है
और प्रेम ही इबादत है।
शनिवार, 7 जून 2025
इंतज़ार
नाज है आप पे कभी खुद को इजाज़त दी कि चलो इश्क किया जाए ,
पर अब उस शख्स से कैसे मिला जाए |
पूछता की क्या क्या प्रयत्न करूं
क्या सँजो लाऊँ, कौन सी राह चुनूं,
क्या दुआ, क्या फ़न, क्या इबादत करूं |
फिर से तुम्हारी आंखों में नूर लाया जा सके,
वो मुस्कान बेअदब और थोड़ा फिक्र लाया जा सके,
आपके दिल पे दस्तक दिया जा सके |
तानी जी मोहब्बत आसान नहीं होता मालूम मुझको,
पर मैं बस कोशिश में हूं, शायद कोई करम हो सके |
जब भी आपकी तस्वीर नजरों से छूता हूं,
आंखों में देखता हुँ |
इस उम्मीद में की आंखों से इशारा बस मिल सके,
की फिर से आपके दिल का दरवाजा खुल सके ||
तानी जी – name take from movie 'Rab ne bana di jodi,
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