My Diary Entry
मंगलवार, 9 सितंबर 2025
बाजार में उछला इश्क़ की क़ीमत
बदनामी से डरना कब का छोड़ चुका था मैं
इस बार बदनामी मेरी नहीं मेरी इश्क़ –ए–नियत की हुई
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