तुम कहते हो साथ बहुत है
पर घडिया अब भी रुकी नहीं
करुणा वाला सन्देश तुम दे जाना
मैं दूर तलक यु आउंगी
मेरा उन्वान भी तुम और अंत भी तुम
बस होठो पे सजा लेना
प्रेम तो तुमको है हमसे ?
पर मेरा प्रेम जगजाहिर है
कह दो सबसे तुम मेरे हो
मेरे हक़ में अब तुम भी बोल देना
साजन अब तुम बोल देना
पर घडिया अब भी रुकी नहीं
करुणा वाला सन्देश तुम दे जाना
मैं दूर तलक यु आउंगी
मेरा उन्वान भी तुम और अंत भी तुम
बस होठो पे सजा लेना
प्रेम तो तुमको है हमसे ?
पर मेरा प्रेम जगजाहिर है
कह दो सबसे तुम मेरे हो
मेरे हक़ में अब तुम भी बोल देना
साजन अब तुम बोल देना
तुम्हारी सादगी पे मैं फ़िदा
इसको तुम अब छेड़ो ना
दिलो में हमारे फर्क नहीं
तो रुस्वाई से भी कोई डर नहीं
रफ़्तार में भी गर तुम साथ रहो
तो मृत्यु से भी भय नहीं
जब रुकना आभुषण लाना
तब मैं श्रृंगार करू
अभी तो मुझे तुम साथ रखो
बस किरणों से काम चला लुंगी
रुकना तो तुम अनुराग सा राग देना
मुझे जन-रुस्वाई से बचा देना
बस अपने नाम से मेरा नाम जोड़ देना
साजन तुम बोल देना |
इसको तुम अब छेड़ो ना
दिलो में हमारे फर्क नहीं
तो रुस्वाई से भी कोई डर नहीं
रफ़्तार में भी गर तुम साथ रहो
तो मृत्यु से भी भय नहीं
जब रुकना आभुषण लाना
तब मैं श्रृंगार करू
अभी तो मुझे तुम साथ रखो
बस किरणों से काम चला लुंगी
रुकना तो तुम अनुराग सा राग देना
मुझे जन-रुस्वाई से बचा देना
बस अपने नाम से मेरा नाम जोड़ देना
साजन तुम बोल देना |
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