मेरी सावली सी बात है
तू आसमां सा दूर हैं
पर तेरी ओर छोर की दिशा मालूम है
क्योंकि तेरी आंखो में किताब है
जिसे पढ़ना बड़ा मजेदार है
तेरी जुल्फें जो घनेदार
और कपड़े चटकदार है
और साथ में खुशबु तेरी अदाओं की
सब पता दे जाती है
तेरी बजुद और ठिकाने की
बस , मैं इबादत में हाथ फैला सकता हूँ
क्योकि
तू मेरी नजरो का खुदा है
जो आसमां सा दूर है |
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