आवाज
1. इस हसीन चेहरे से रूबरू तो बहुत बार हु ,
जाने क्यों हर बार नया सा लगता है |2. जिससे चाहता हु वो ही दिल से अनजान है
हो भी क्यों न
मैं तो एक हम जुबान जानता हु ,
उसकी इंग्लिश से पहचान है |
3. दुआ की है फिर से
अविश्वास पे विश्वास किया फिर से
बिना जगजाहिर किये ये खबर कैसे पहुचे
सरेआम कबुल किया फिर से
4. खूबसूरती तेरी पहचान है ,उसका पीछा करना मेरी
5. वो शर्तो की बाते हम भूल गए...
वो सख्ती का आलम तोड़ दिए ...
बेबसी की आड़ भी टूट गयी...
जब पता चला अरसे बाद वो शहर वापस आई है....
6. हाजिरजवाबी का दौर शुरू हुआ है..
सोचना मना है...
नफरतो का दौर तो बहुत पहले था
प्यार जताने का दौर शुरू हुआ है ..
प्यार करना मना है ...
वो गलत है लेकिन मैं प्यार करती हूँ सुनने सुनाने का दौर शुरू हुआ है...
त्याग बलिदान मना है..
कल वो भी मुझे चाहेगा इस वहम में बर्बाद होने का दौर शुरू हुआ है..
जबकि उसका पलट कर प्यार करने का मन नहीं
हालत बयां करना मना है..
साथ रहकर चुप रहने का दौर शुरू हुआ है...
उसकी खुशी के साथ खुद की खुशी ढूंढ़ना मना है ...
मजबूर हु कह कर उसके पीछे कुत्ता बनने का दौर शुरू हुआ है....
भौकना मना है....
चलो फिर एक और दौर शुरू करो ...
खुद से प्यार करना शुरू करो...
हा अब और रोना मना है..
7. आवाज दो तुम हो कहाँ
नाम से कथाये बुना हु..
अब बना हुआ यहाँ व्यंग्य हु
अब और कितना इंतज़ार तरंग का ..
नाम से ही जी रहा....
नाम से ही रौनके ...
नाम पे ही कलाएं है..
नाम पे ही कृतियाँ...
नाम पे ही प्यार जताया.... (दुनिया को )
नाम पे ही उपहार था..
अब बन रहा उपहास है..
आवाज दो तुम हो कहाँ ....
8. मैं कुर्बान तेरे लिए ...
मेरे ख्याल कुर्बान तेरे लिए ..
मेरी पहचान कुर्बान तेरे लिए
मेरा त्यौहार कुर्बान तेरे लिए ..
मेरी ख्वाइसे कुर्बान तेरे लिए
मेरी आजादी कुर्बान तेरे लिए
मेरा अविष्कार कुर्बान तेरे लिए
मेरी सोहरत कुर्बान तेरे लिए
मेरी आवाज कुर्बान तेरे लिए
लेकिन
अगर मेरा गुरुर कुर्बान तेरे लिए
अगर मेरा साहस कुर्बान तेरे लिए..
अगर मेरी वास्तविकता कुर्बान तेरे लिए ..
तो इससे अच्छा मर जाना चाहूंगा..
अपने लिए
9.मैंने तड़पा के छोड़ा है उसे
मै भी अब खुसनसीब हो गया
यादो का
मैसेज का
उसकी सिसकियों का
उसके तड़पन का
उसके बेसब्री का
फिर उसका जगजाहिर होने का
मज़ा लेकर रहूँगा उससे
ठीक वैसे ही
जैसे वो मुझसे टूटता देख
मज़ा ले गया था मुझसे ......
10. कल वो नासाज़ था
तो मैं परेशान था
मैं उसके साथ था
सब उसके साथ थे
फिर वो मरीजेपन में न रोया
बोला तुम ही हृदयनाथ हो
आज मैं नासाज हु
मैं परेशान हु
मैं अकेला हु
नसिबमारा कोई न साथ है
मैं फिर भी न रोया
क्योकि अब मै हैरान हु ......
शायद वो हस रहा है ....
तो मुझे और जोर की हसी आ गयी ...
वो भूल गया की वो अफजल नहीं
अफजल मेरे साथ है ...
12. मेरी आवाज है गन्दी तो क्या मै सच बोलना छोड़ दू
11.आप आये गए ...
आफ़रीन 🙏
आमीन आमीन आमीन....
12.बर्बाद हो चले हम इश्क़ राह पर
लुटा कर हर फ़र्ज़ इसी राह पर
हम ढूंढ़ते रहे इस मर्ज़ की दवा
उन्होंने इनकार कर दिया कर्ज के नाम पर
और इस क़यामत में मैं हंस यु पड़ा
जब वो फेर गए मुँह हमसे इजहार पर
हमने दी उनकी रूह को चैन इस कदर
उन्होंने ने भुला दी मेरी रूह को बेजान फ़र्ज़ कर
हमने कहा देखो तो गौर से सही
हम भी उस सूरज से कम तो नहीं
तुम ढूंढ़ते हो जिसे शायद मैं वही तो नहीं
पर मुकर गए वो इस कदर छोड़ कर
तो हम ने खुद को कर ली कैद इस कदर
शायद हस न पड़े कोई मुझे देख कर
और इस क़यामत में मैं हंस यु पड़ा
जब वो फेर गए मुँह हमसे इजहार पर
गुड़ और शक्कर पे मेरा भी हक़ है
जिस दुकान से मुझे ये पैसे देकर भी छीनना पड़े
मै उस दुकान पे क्यों जाऊ..
और भी दुकाने मेरे हक़ में
#mkv
11.आप आये गए ...
आफ़रीन 🙏
आमीन आमीन आमीन....
12.बर्बाद हो चले हम इश्क़ राह पर
लुटा कर हर फ़र्ज़ इसी राह पर
हम ढूंढ़ते रहे इस मर्ज़ की दवा
उन्होंने इनकार कर दिया कर्ज के नाम पर
और इस क़यामत में मैं हंस यु पड़ा
जब वो फेर गए मुँह हमसे इजहार पर
हमने दी उनकी रूह को चैन इस कदर
उन्होंने ने भुला दी मेरी रूह को बेजान फ़र्ज़ कर
हमने कहा देखो तो गौर से सही
हम भी उस सूरज से कम तो नहीं
तुम ढूंढ़ते हो जिसे शायद मैं वही तो नहीं
पर मुकर गए वो इस कदर छोड़ कर
तो हम ने खुद को कर ली कैद इस कदर
शायद हस न पड़े कोई मुझे देख कर
और इस क़यामत में मैं हंस यु पड़ा
जब वो फेर गए मुँह हमसे इजहार पर