मंगलवार, 9 नवंबर 2021

रंग

कई रंग देखे उल्फतो में
फूलों में
कलियों में
त्योहारों में
मनोरंजनों में
चुन न सका कोई उनमें अपना
जब तक तू न आई थी
रौशनी का श्रृंगार करके

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