गुरुवार, 17 नवंबर 2016

परिवर्तन

                                                           परिवर्तन


सबसे पहले तो पोस्ट पढ़ने से पहले ही मन में बैठा ले की हमे परिवर्तन लाना है तो हमे अपनी सोच बढ़नी होगी वो भी सोच समझ कर ।
हम सब 67 साल से राज कर रहे गाँधी परिवारों से छुटकारा अभी पिछले २ सालो से पाए है भले ही बिच में एक बार अटल जी की सरकार आई थी जो की 90 % देशवासियो के दिलो को छू गई थी।
अभी २ साल से  नरेंद्र मोदी की सरकार है जो की काफी एक अनुभवी एवं लोकप्रिय नेता है । पहले तो ये शब्द जो मैं "नेता " लिया हु , इस शब्द को गाली समझने वाले इस पोस्ट को न पढ़े पहले वो ये सीख ले की नेता से अधिक व् राष्ट्रवादी शब्द कोई और नही है |
इस समय की राजनीती में बहुत ही असदार और अनुभवी नेता हमारे समाज में जुड़ गए है , ये सब मैं इसलिए कह रहा हु क्योकि कोई भी नेता आज की तारीख में कोई गलतकाम करने से पहले 100 बार सोचेगा क्योकि आज की तकनिकी युग में वो इन असरदार नेताओ से नही बच पाएंगे ।
फिर भी एक बात याद रखे की इन सभी राजनीतिक दलों की पहुच बहुत ऊप्पर तक होती है इसलिए वो अपना काम सटीक (चोरी) तरीको से कर सकते है और कर रहे है ।
अब आते है मुद्दे पे -इस समय पूरा देश मोदीमय हो गया है उनके सामने कोई राजनीतिक दल के नेता टिक नही पा रहा है । ये एक अच्छी बात है की देश को कितने सालो बाद किसी राजनीतिक दल के नेता पे भरोसा है लेकिन वही देश का दुर्भाग्य है की लोग नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी से नहीं बल्कि  भरोसा  एक इंसान पे करते है | वो मैं इसलिए कह रहा हु की लोग कही के भी चुनाव में बीजेपी के नाम पे नही, वहाँ के उमीदवार पे नही , नरेंद्र मोदी के नाम पे वोट दे रहे है । उन्हें ज्ञात हो की उस जगह की व्यवस्था मोदी जी नही वहाँ का उमीदवार देखेंगे ,इसलिए यहाँ पे मोदीमय होना एक गलत भविष्य की शुरुवात  है |

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